IRCTC को 2024-25 में भोजन की गुणवत्ता से जुड़ी 6,645 शिकायतें मिलीं – क्या अब बदलाव होगा?
अरे भई, सुनो! IRCTC को पिछले साल ट्रेनों में मिलने वाले खाने को लेकर 6,645 शिकायतें मिली हैं। सरकार ने खुद राज्यसभा में यह जानकारी दी है। अब सोचिए, इतनी सारी शिकायतें! इनमें से 2,995 मामलों में तो सिर्फ चेतावनी भर दी गई, 1,547 में ‘सुधार करो’ वाली नसीहत, और बाकी 762 में कुछ एक्शन लिया गया। सच कहूं तो ये आंकड़े बताते हैं कि ट्रेन का खाना अब भी यात्रियों के गले से नीचे नहीं उतर रहा।
देखिए, IRCTC तो हमारे ट्रेन यात्रियों का पेट भरने वाली मुख्य संस्था है। पर पिछले कुछ सालों से… अरे यार! कीड़े वाला खाना, बासी खाना, गलत ऑर्डर – शिकायतों का पिटारा खुला पड़ा है। सरकार कहती है कि वो निगरानी कर रही है, पर ये आंकड़े तो कुछ और ही कहानी बयां करते हैं।
इस साल की 6,645 शिकायतों में ज्यादातर तीन बातें थीं – खाना खराब, गंदगी, और देरी से डिलीवरी। अब इनमें से 45% केसों में सिर्फ ‘चेतावनी’? थोड़ा कमजोर नहीं लगता? हालांकि 762 मामलों में जुर्माना या कॉन्ट्रैक्ट रद्द करने जैसी सख्ती भी दिखाई गई। पर सवाल यह है कि क्या यह काफी है?
अब सबके अपने-अपने तर्क हैं। रेल मंत्रालय कहता है कि वो सुधार कर रहा है। यात्री संघों का मानना है कि IRCTC को और सख्त होना चाहिए। वहीं खाना सप्लाई करने वाले कहते हैं कि वो पूरी मेहनत से काम कर रहे हैं। सच्चाई शायद इन सबके बीच कहीं है।
आगे की बात करें तो IRCTC ऑनलाइन शिकायत सिस्टम को बेहतर बनाने की बात कर रहा है। शायद एक रेटिंग सिस्टम भी आए। पर असल सवाल यह है – क्या ये नाकाम सप्लायरों के खिलाफ सच में कार्रवाई करेगा? क्योंकि जब तक डर नहीं होगा, सुधार नहीं होगा। एक उम्मीद तो है – अगर ठीक से कदम उठाए जाएं, तो शायद एक दिन ट्रेन का खाना खाते वक्त हमें नाक नहीं सिकोड़नी पड़ेगी!
IRCTC Food Quality Complaints 2024-25 – वो सवाल जो आप पूछना चाहते हैं!
1. IRCTC को इस साल खाने की क्वालिटी को लेकर कितनी शिकायतें मिलीं?
सरकारी आंकड़े बताते हैं कि 2024-25 में IRCTC को लगभग 6,645 शिकायतें मिलीं। और हां, ये पिछले सालों के मुकाबले काफी ज्यादा है। सच कहूं तो, ये आंकड़े थोड़ा चौंकाने वाले हैं, है न? मतलब साफ है – यात्रियों का धैर्य अब टूट रहा है।
2. IRCTC ने इन शिकायतों पर क्या कार्रवाई की?
देखिए, IRCTC ने इस बार गंभीरता दिखाई है। कैसे? पहले तो कैटरर्स की नियमित जांच शुरू की। फूड सैंपल टेस्टिंग और डिफॉल्टर्स के खिलाफ सख्त कार्रवाई भी। सबसे अच्छी बात? पैसेंजर फीडबैक सिस्टम को और बेहतर बनाया गया है। लेकिन सवाल यह है कि क्या ये काफी है?
3. अगर ट्रेन का खाना खराब लगे तो क्या करें?
तो ये रहा आपका एक्शन प्लान! तीन आसान तरीके:
– IRCTC की official website पर complaint दर्ज करें
– IRCTC Rail Connect app का इस्तेमाल करें
– या फिर 138 पर कॉल करें
एक छोटी सी टिप: अपना PNR number और खाने की तस्वीरें जरूर अटैच करें। ये आपकी शिकायत को और मजबूत बना देगा। सच कहूं तो, बिना प्रूफ के complaint का कोई फायदा नहीं!
4. IRCTC ने खाने की क्वालिटी सुधारने के लिए क्या नया किया है?
अच्छा सवाल! IRCTC ने ‘Food on Track’ जैसे कुछ दिलचस्प प्रयोग शुरू किए हैं। ब्रांडेड फूड आउटलेट्स और सख्त क्वालिटी चेक तो है ही, साथ ही e-catering services को भी बढ़ावा दिया जा रहा है। मतलब? अब आपको सिर्फ वेज/नॉन-वेज के ऑप्शन से आगे भी कुछ मिलेगा। हालांकि, ये सुविधाएं अभी सभी रूट्स पर उपलब्ध नहीं हैं। धैर्य रखिए, धीरे-धीरे सुधार हो रहा है!
Source: Hindustan Times – India News | Secondary News Source: Pulsivic.com