Site icon surkhiya.com

“ऑपरेशन सिंदूर: संसद में 32 घंटे की ऐतिहासिक बहस, PM मोदी खुद देंगे विपक्ष के सवालों का जवाब!”

operation sindoor 32 hour parliament debate pm modi responds 20250724000435571603

Operation Sindoor: संसद में 32 घंटे की मैराथन बहस, PM मोदी खुद करेंगे विपक्ष का सामना!

देखा जाए तो संसद के इतिहास में शायद ही कभी ऐसा नज़ारा देखने को मिला हो। 32 घंटे लगातार चली बहस – सुनने में तो यह किसी रिकॉर्ड की तरह लगता है, लेकिन असल में यह उससे कहीं ज़्यादा था। Operation Sindoor पर यह बहस सिर्फ़ संख्या नहीं, बल्कि देश के भविष्य पर हो रही एक बड़ी बहस थी। और फिर वो मोड़ जब PM मोदी ने कहा कि वो खुद विपक्ष के सवालों का जवाब देंगे… सदन में जैसे बिजली कौंध गई!

अब थोड़ा Operation Sindoor के बारे में बात कर लेते हैं। यह सरकार की वो योजना है जिसे लेकर कुछ लोगों को उम्मीदें हैं तो कुछ को सवाल। मूल विचार तो अच्छा है – देश में शांति बनाए रखना, समाज के ताने-बाने को मजबूत करना। पर सवाल यह है कि क्या यह सिर्फ़ कागजों तक सीमित रहेगा? हालांकि सरकार का दावा है कि इसमें आर्थिक विकास और टेक्नोलॉजी को भी शामिल किया गया है। लेकिन विपक्ष को लगता है कि यह सब दिखावा है। और यहीं से शुरू हुई वो बहस जो अब पूरे देश में चर्चा का विषय बन चुकी है।

32 घंटे की इस मैराथन बहस में क्या-क्या नहीं हुआ! एक तरफ सरकार अपने आंकड़े पेश कर रही थी, दूसरी तरफ विपक्ष सवालों की बौछार कर रहा था। और फिर वो पल जब PM मोदी ने माइक संभाला… सच कहूं तो ऐसा दृश्य शायद ही पहले कभी देखने को मिला हो। सरकार Operation Sindoor के तहत किए गए कामों का ब्योरा दे रही थी, जबकि विपक्ष बजट और इम्प्लीमेंटेशन पर अंगुली उठा रहा था। गर्मागर्म बहस का यह नज़ारा वाकई देखने लायक था।

अब सबकी प्रतिक्रियाएं भी तो सुन लीजिए। सरकार वाले कह रहे हैं – “यह तो गेम चेंजर साबित होगा!” विपक्ष वालों का कहना है – “यह सब दिखावा है, असलियत कुछ और है।” और आम जनता? उनका एक सामाजिक कार्यकर्ता के जरिए आवाज उठा – “अच्छी योजना है, पर जमीन पर असर दिखना चाहिए।” सच्चाई शायद इन सबके बीच कहीं है।

तो अब क्या? अब सबकी नजरें PM मोदी के उस जवाब पर टिकी हैं जो शायद नया इतिहास लिख दे। सरकार कह रही है कि वो इस योजना पर और कड़ी नजर रखेगी। विपक्ष धमकी दे रहा है कि वो इसे संसदीय समिति तक ले जाएगा। और हम? हम बस इतना जानते हैं कि यह बहस यहीं नहीं रुकने वाली। Operation Sindoor अब सिर्फ़ एक योजना नहीं, बल्कि एक राष्ट्रीय बहस बन चुकी है। और जैसा कि हमारे यहां होता आया है – अंतिम फैसला तो जनता के हाथ में ही होता है। सच ना?

Source: NDTV Khabar – Latest | Secondary News Source: Pulsivic.com

Exit mobile version