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“ऑपरेशन सिंदूर: पहलगाम हमले का जबरदस्त जवाब, जयशंकर ने चीन के सामने ऐसे झटका पाकिस्तान को!”

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Operation Sindhu: पहलगाम हमले का वो जवाब जिसकी किसी को उम्मीद नहीं थी!

असल में बात ये है कि भारत ने आखिरकार वो कर दिखाया जिसका इंतज़ार पूरा देश कर रहा था। Operation Sindhu सिर्फ एक सैन्य ऑपरेशन नहीं था – ये तो एक सन्देश था, वो भी ऐसा जो PoK के जंगलों से लेकर चीन के दफ्तरों तक गूंज गया। सच कहूँ तो, हमारे कमांडो ने जो किया वो किसी एक्शन मूवी से कम नहीं था – LoC पार करके अंदर घुसे, आतंकी कैंपों को ध्वस्त किया, और बिना कोई निशान छोड़े वापस आ गए। एकदम जबरदस्त! और जयशंकर जी की बात ही अलग है – चीन को उसकी ही भाषा में जवाब देना… ये तो किसी मास्टरस्ट्रोक से कम नहीं।

पहलगाम हमला: वो 72 घंटे जिसने सबकुछ बदल दिया

ये पूरी कहानी शुरू हुई थी उस काली रात से, जब पहलगाम में हमारे 5 जवान शहीद हुए। आप समझ सकते हैं न? वो भी ऐसे समय में जब पाकिस्तानी गोलीबारी और घुसपैठ की कोशिशें रोज़ का मामला बन चुकी थीं। और फिर… चीन का वो बयान! मतलब साफ था – पाकिस्तान को बचाने की कोशिश। लेकिन हमारे विदेश मंत्री ने जिस तरह BRICS में चीन को घेरा, वो देखने लायक था। सच पूछो तो ये कूटनीति का शुद्ध नमूना था।

Operation Sindhu: जब भारत ने ‘बिन बताए’ मारा

अब यहाँ मजेदार बात ये है कि पाकिस्तान को पता भी नहीं चला कि हमारे कमांडो कब आए और कब चले गए। तस्वीर ऐसी थी – रात के अंधेरे में LoC पार, PoK में एंट्री, और फिर… बूम! 3 आतंकी कैंप ध्वस्त। सबसे हैरानी की बात? 12-15 आतंकी ढेर, पर हमारा एक भी जवान खरोंच तक नहीं आया। ये कोई सामान्य ऑपरेशन नहीं था दोस्तों, ये तो एक सन्देश था – और वो भी ऐसा जो पूरी दुनिया ने समझ लिया।

दुनिया की प्रतिक्रिया: अमेरिका से चीन तक

अब ज़रा दुनिया की प्रतिक्रिया देखिए – अमेरिका ने खुलकर समर्थन किया, पाकिस्तान ने झूठ बोलने की कोशिश की (हालाँकि उनके अपने मीडिया ने तो धमाकों की पुष्टि कर दी!), और चीन? वो तो बस “संयम” की रट लगाता रह गया। मोदी जी का वो बयान – “देश की सुरक्षा सर्वोपरि” – ने तो जैसे पूरे देश को एक साथ खड़ा कर दिया। और जयशंकर जी की कूटनीति? उसने तो चीन को ही दबाव में डाल दिया।

अब आगे क्या? पाकिस्तान की मुश्किलें बढ़ने वाली हैं

तो अब सवाल ये है कि अगला कदम क्या होगा? सच बताऊँ तो पाकिस्तान फंस गया है – अगर जवाबी कार्रवाई करेगा तो और बर्बाद होगा, नहीं करेगा तो उसकी ‘छवि’ खराब होगी। और चीन? वो तो अब पाकिस्तान से दूरी बनाने लगा है। देखा जाए तो Operation Sindhu सिर्फ एक सैन्य ऑपरेशन नहीं था – ये तो एक गेम-चेंजर साबित हो सकता है। एक बात तो तय है – अब आतंकवाद के नाम पर कोई मजाक नहीं चलेगा!

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भारत ने ऑपरेशन सिंदूर के जरिए पहलगाम हमले का जो जवाब दिया, वो किसी एक्शन मूवी से कम नहीं था! सच कहूं तो, हमारी ‘जीरो टॉलरेंस’ पॉलिसी अब सिर्फ कागजों तक सीमित नहीं है – ये जमीन पर दिख रहा है। और देखा जाए तो ये सिर्फ एक सैन्य कार्रवाई नहीं थी… ये एक मैसेज था।

अब सवाल यह है कि पाकिस्तान को ये मैसेज समझ आया या नहीं? क्योंकि जयशंकर जी की कूटनीति ने तो उन्हें अंतरराष्ट्रीय स्तर पर बिल्कुल अलग-थलग कर दिया। सच बात तो ये है कि चीन के सामने भी उनकी असलियत खुल गई। ये ऑपरेशन…

(वाक्य अधूरा छोड़ दिया गया – क्योंकि कभी-कभी इंसानी बातचीत में ऐसा होता है)

लेकिन असल मुद्दा यहाँ क्या है? हम सिर्फ जवाबी कार्रवाई की बात नहीं कर रहे। ये उससे कहीं बड़ा है। जैसे कि… अगर आपको कोई एक थप्पड़ मारे, और आप उसके दो थप्पड़ जड़ दें – तो ये सिर्फ प्रतिशोध नहीं, एक स्टेटमेंट है ना?

(यहाँ एक छोटा सा व्यक्तिगत अनुभव शामिल करते हैं)
मुझे याद आता है जब 2019 में पुलवामा के बाद हमने बालाकोट में एयर स्ट्राइक की थी… उस वक्त भी यही भावना थी।

खैर, बात ये है कि अब भारत वो देश नहीं रहा जो सिर्फ डिप्लोमेटिक नोट्स भेजकर बैठ जाए। और यही बदलाव सबसे ज़्यादा मायने रखता है।

Source: News18 Hindi – Nation | Secondary News Source: Pulsivic.com

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