संसद में ‘ऑपरेशन सिंदूर’ की गूंज! राजनाथ सिंह ने सुनाई वो कहानी जिसने दिल जीत लिया
मॉनसून सत्र का वो पल जब पूरी संसद स्तब्ध रह गई। राजनाथ सिंह जी ने जैसे ही ‘ऑपरेशन सिंदूर’ का ज़िक्र किया, सदन में एक अलग ही उत्साह देखने को मिला। और सच कहूं तो, ये सुनकर मुझे भी गर्व हुआ। क्योंकि ये कोई सामान्य military operation नहीं था – ये तो भारतीय सैनिकों की वीरता की वो दास्तान थी जिसने दुनिया को फिर से हमारी ताकत का एहसास कराया।
पर सवाल यह है कि इतने दिनों बाद इस पर चर्चा क्यों? असल में, विपक्ष के कुछ सदस्यों को लगा कि ऐसे बड़े ऑपरेशन पर संसद में खुलकर बात होनी चाहिए। और देखा जाए तो उनकी बात में दम भी है। क्योंकि जब हमारे जवान इतनी बहादुरी से लड़ते हैं, तो उनकी कहानी सबको सुनने का हक तो बनता ही है न?
राजनाथ सिंह जी का भाषण सुनकर एक बात तो clear हो गई – ये operation सिर्फ एक military victory नहीं, बल्कि हमारे सैनिकों की मिसाल थी। उन्होंने जिस तरह से details share कीं, उससे लगा जैसे हम खुद वहां मौजूद थे। पर साथ ही, INDIA गठबंधन वालों का reaction भी दिलचस्प रहा। बिना internal meeting किए वो कुछ बोलने को तैयार नहीं थे। राजनीति की ये चालें… हमेशा की तरह!
अब बात करें experts की, तो उनका कहना है कि ऐसे operations दुश्मनों के होश उड़ा देते हैं। सच तो ये है कि ये सिर्फ एक जीत नहीं, बल्कि आने वाले समय के लिए एक warning भी है। जैसे कोई साफ संदेश – “भारत से खिलवाड़ मत करो!”
तो अब क्या? मेरी नज़र में तो ये चर्चा अभी और गरमाएगी। खासकर जब विपक्ष के कुछ नेता इसे political color देने की कोशिश कर रहे हैं। वहीं सरकार का stance clear है – ये देश की एकजुटता की मिसाल है। पर सच्चाई ये है कि चाहे जिस angle से देखें, ये operation भारत की बढ़ती military power का सबूत तो है ही।
एक बात और… क्या आपने notice किया कि इस पूरे debate ने एक बार फिर prove कर दिया कि हमारी सेना दुनिया की best forces में से एक है? मुझे तो लगता है अब हमें अपने soldiers पर और भी गर्व होना चाहिए। क्योंकि ये वो लोग हैं जो हमारी सुरक्षा के लिए दिन-रात मेहनत करते हैं। सलाम है उनकी बहादुरी को!
अब देखना ये है कि ये मुद्दा आगे किस रूप में उभरेगा। पर एक बात तो तय है – ‘ऑपरेशन सिंदूर’ ने भारत की military strategy को एक नई दिशा दे दी है। और ये सिर्फ शुरुआत है…
Source: News18 Hindi – Nation | Secondary News Source: Pulsivic.com