पहलगाम हमले में पाकिस्तानी ID का सबूत – अब क्या बचा है पाकिस्तान के पास?
अब तो पाकिस्तान के लिए मुंह छिपाने की भी जगह नहीं बची! भारत सरकार ने पहलगाम आतंकी हमले के बारे में जो नए सबूत पेश किए हैं, उन्हें देखकर तो यही लगता है। ऑपरेशन महादेव के तहत मिली जानकारी किसी बम विस्फोट से कम नहीं – दोनों आतंकियों की पाकिस्तानी नागरिकता की पुष्टि हो गई है। और सिर्फ इतना ही नहीं… इनमें से एक तो सीधे लाहौर का रहने वाला है, जबकि दूसरा POK से ताल्लुक रखता है। ID कार्ड? है। ट्रेनिंग कैंप का वीडियो? है। अब बताइए, पाकिस्तान क्या कहने वाला है?
पूरा मामला क्या है?
याद है ना जून 2023 का वो भीषण हमला? पहलगाम में हुई उस घटना ने तो पूरे देश को हिला कर रख दिया था। इतने निर्दोष लोगों की जान… सच में दिल दहलाने वाला। लेकिन अब देखिए ना, हमारी एजेंसियों ने ऑपरेशन महादेव के तहत क्या कमाल कर दिखाया। जांच में पता चला – ये कोई साधारण हमला नहीं था। पाकिस्तानी आतंकी संगठनों का हाथ साफ-साफ दिख रहा है। और हैरानी की बात ये नहीं कि ऐसा हुआ, बल्कि ये कि अब तक ऐसा कितनी बार हो चुका है!
अब तक का सबसे बड़ा खुलासा
सुनिए, इस पूरे केस में सबसे ज़बरदस्त चीज़ क्या निकली? वो ये कि हमलावरों की पहचान लाहौर और POK के रहने वालों के तौर पर हुई है। मतलब सीधा-सीधा पाकिस्तानी नागरिक! ID कार्ड से लेकर ट्रेनिंग वीडियो तक – सब कुछ मौजूद है। वीडियो में तो साफ दिख रहा है कि इन्हें लश्कर-ए-तैयबा के कैंप में ट्रेनिंग दी गई थी। अब भारत सरकार इन सबूतों को लेकर अंतरराष्ट्रीय मंचों पर जा रही है। देखते हैं, इस बार पाकिस्तान कैसे बचाता है अपनी पोल!
कौन क्या बोला?
सरकार का तो स्टैंड क्लियर है। एक वरिष्ठ अधिकारी ने सही कहा – “ये साबित हो गया है कि पाकिस्तान आतंकवाद को सपोर्ट कर रहा है।” वहीं पाकिस्तान की तरफ से… है ना मजेदार बात?… अभी तक चुप्पी! हालांकि इतिहास गवाह है कि वो हमेशा ऐसे आरोपों को झूठ बताते आए हैं। राजनीतिक पार्टियों की बात करें तो भाजपा का कहना है कि मोदी सरकार “zero tolerance” पॉलिसी पर काम कर रही है, जबकि कांग्रेस ने कूटनीतिक दबाव बढ़ाने की बात कही है।
आगे क्या हो सकता है?
अब ये मामला कहाँ तक जाएगा? देखिए, भारत के पास तो कई विकल्प हैं – UN और FATF जैसे फोरम्स में ये केस उठाना, पाकिस्तान पर और प्रतिबंध लगवाना, सीमा पर सुरक्षा बढ़ाना… संभावनाएं तो बहुत हैं। लेकिन सबसे बड़ा सवाल ये है कि अंतरराष्ट्रीय समुदाय आखिर कब तक पाकिस्तान के इन हरकतों को नज़रअंदाज़ करता रहेगा? इस बार तो सबूत इतने ठोस हैं कि… खैर, देखते हैं आगे क्या होता है।
एक बात तो तय है – पाकिस्तान का ये खेल अब बार-बार नहीं चलने वाला। भारत इस बार पूरी तैयारी के साथ आगे बढ़ रहा है। बाकी… समय बताएगा कि इसका अंत कैसे होता है।
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पहलगाम हमले में पाकिस्तानी ID मिलने का मतलब क्या?
सुनकर हैरानी होगी, लेकिन भारतीय एजेंसियों को दो आतंकियों के पास से पाकिस्तानी ID मिले हैं। एक तो सीधे लाहौर का, और दूसरा… अरे भई, POK का! यानी Pakistan Occupied Kashmir। अब आप ही बताइए, ये लोग वहां से आए बिना कैसे? सरकार का दावा है कि ये दस्तावेज़ असली हैं, और ये साबित करते हैं कि पाकिस्तान का हाथ है इस हमले में।
सैटेलाइट तस्वीरें, फोन टैप… क्या भारत के पास और भी पुख्ता सबूत हैं?
असल में, ID तो बस शुरुआत है। भारत के पास तो जैसे पूरी ‘एविडेंस किट’ तैयार है! सैटेलाइट इमेजरी से लेकर आतंकियों के बीच हुई बातचीत का रिकॉर्ड तक। ईमानदारी से कहूं तो, इस बार पाकिस्तान के लिए मुक्के से बचना मुश्किल लग रहा है। पर सवाल ये है कि क्या दुनिया इन सबूतों को गंभीरता से लेगी?
अंतरराष्ट्रीय समुदाय की चुप्पी – क्यों नहीं बोल रहे UN और बड़े देश?
देखा जाए तो अभी तक UN और बड़ी ताकतों की तरफ से कोई आधिकारिक प्रतिक्रिया नहीं आई है। शायद वो ‘वेट एंड वॉच’ कर रहे हैं। लेकिन भारत सरकार तैयारी कर रही है इन सबूतों को UN जैसे प्लेटफॉर्म पर रखने की। एक तरह से कहें तो, अभी गेम बस शुरू हुआ है!
पाकिस्तान का जवाब – ‘हम नहीं, तुम!’ वाला रटा-रटाया तरीका
हालांकि, पाकिस्तान तो अपने पुराने अंदाज में ही है – “ये सब झूठ है!” वाला राग अलाप रहा है। लेकिन इस बार? इस बार भारत के पास सिर्फ आरोप नहीं, बल्कि ठोस सबूत हैं। और ये सबूत… एकदम ज़बरदस्त। सच में।
Source: News18 Hindi – Nation | Secondary News Source: Pulsivic.com