X (Twitter) पर Reuters का ब्लॉक: क्या सच में सरकार का हाथ था या फिर कोई गड़बड़झाला?
अरे भई, कल तो X (पहले वाला Twitter) पर एक ऐसा DRAMA हुआ कि सबके होश उड़ गए! अचानक ही अंतरराष्ट्रीय मीडिया दिग्गज Reuters का अकाउंट भारतीय यूजर्स के लिए ब्लॉक हो गया। सोशल मीडिया पर तो जैसे तूफान आ गया – लोग हैरान, परेशान, और सबसे बड़ा सवाल: ऐसा क्यों हुआ? असल में, सरकार ने तो मना ही कर दिया कि उनकी तरफ से कोई आदेश नहीं आया था। और देखते-देखते कुछ घंटों में ही अकाउंट वापस लाइव हो गया। लेकिन सवाल तो अब भी बाकी है ना – आखिर हुआ क्या था?
ये नया क्या है? या फिर वही पुरानी कहानी?
देखिए, ये कोई पहली बार तो है नहीं जब सरकार और सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म्स आमने-सामने आए हैं। पिछले कुछ सालों में तो Twitter (अब X) और भारत सरकार की लड़ाई देखने लायक रही है। Elon Musk जी तो जैसे खुद ही इस मामले में कूद पड़े हैं – कभी कंटेंट मॉडरेशन को लेकर, तो कभी भारतीय कानूनों को लेकर। और अंतरराष्ट्रीय मीडिया? उनके तो अकाउंट्स ब्लॉक होने का सिलसिला चल ही रहा है। पर सच पूछो तो, हर बार एक ही सवाल उठता है – कहाँ है हमारी आजादी की गारंटी?
ताजा अपडेट: क्या पता चला है अब तक?
इस बार का मामला थोड़ा अजीब है। Reuters का अकाउंट अचानक गायब – फिर वापस आ गया। IT मंत्रालय ने तो X को ही घेर लिया – “भईया, बिना हमारे आदेश के ये सब कैसे हो गया?” सबसे मजेदार बात? X की तरफ से कोई आधिकारिक जवाब नहीं! बस चुपचाप अकाउंट को अनब्लॉक कर दिया। अब सोचिए, क्या ये कोई गलती थी या फिर कोई ऐसी बात जो हमें पता नहीं?
किसने क्या कहा? प्रतिक्रियाओं का दंगल!
इस मामले ने तो सबको बोलने पर मजबूर कर दिया। Reuters ने गंभीर चिंता जताई – “हम सरकार और X से बात कर रहे हैं।” सरकारी सूत्र? वो तो साफ कह रहे हैं – “हमारे बिना कुछ नहीं होता।” सोशल मीडिया पर तो जैसे दो गुट बन गए – एक तरफ जो इसे सेंसरशिप बता रहे हैं, तो दूसरे कह रहे हैं “अरे यार, हो सकता है कोई टेक्निकल गड़बड़ हो!” सच क्या है? वक्त ही बताएगा।
अब आगे क्या? क्या होगा अगला मूव?
अब सबकी नजरें X पर हैं। उन्हें तो बताना ही होगा कि ये सब हुआ कैसे। मामला गंभीर है भाई – अगर बिना वजह अकाउंट ब्लॉक किया तो X की विश्वसनीयता पर सवाल। और अगर गलती से हुआ तो फिर उनकी सिस्टम पर सवाल! एक तरह से देखा जाए तो ये मामला सोशल मीडिया, सरकार और आजादी के बीच की उस नाजुक रस्साकशी को फिर से उजागर करता है। जल्द ही शायद और जानकारी मिलेगी, फिलहाल तो ये मामला डिजिटल युग में मीडिया की आजादी और जिम्मेदारियों पर नई बहस छेड़ गया है। क्या आपको नहीं लगता?
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X (Twitter) पर रॉयटर्स ब्लॉक का मामला: क्या हुआ था और क्यों?
1. अचानक X (Twitter) ने रॉयटर्स को ब्लॉक क्यों कर दिया?
देखिए, पूरी कहानी थोड़ी पेचीदा है। भारत सरकार ने X (Twitter) को कुछ खास रॉयटर्स अकाउंट्स और पोस्ट्स ब्लॉक करने को कहा था। क्यों? क्योंकि उनमें कुछ ऐसा कंटेंट था जिसे सरकार ने ‘देश की शांति के लिए खतरा’ माना। अब आप सोच रहे होंगे – क्या सच में इतना बड़ा खतरा था? ईमानदारी से कहूं तो, यह वही पुरानी बहस है – सुरक्षा बनाम अभिव्यक्ति की आज़ादी।
2. एलन मस्क की कंपनी ने आखिर एक्सेस वापस क्यों दिया?
असल में यह पूरा मामला कुछ दिनों का ही था। X (Twitter) ने सरकार के आदेश माने, पर साथ ही सरकार से सवाल भी पूछे! है न मजेदार? जैसे कोई बच्चा माँ-बाप की बात माने, पर ‘क्यों?’ जरूर पूछे। और जब जवाब मिला, तो ब्लॉक हटा दिया। क्या यह सही हुआ? आपकी राय जानना चाहूंगा।
3. यह ब्लॉकिंग परमानेंट थी या सिर्फ एक ड्रामा?
नहीं यार, इतना सीरियस मामला नहीं था। बस कुछ दिनों की बात थी। X (Twitter) और सरकार के बीच बातचीत हुई, कुछ समझौता हुआ, और वापस सब नॉर्मल हो गया। पर सवाल तो उठता ही है – क्या ऐसे मामलों में साफ गाइडलाइन्स नहीं होनी चाहिए?
4. सरकार ने X (Twitter) से क्या पूछताछ की थी?
देखा जाए तो सरकार थोड़ी नाराज़ थी। उनका सवाल था – “आपने ब्लॉक किया था, फिर अनलॉक क्यों कर दिया?” सरकार का साफ स्टैंड है कि सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म्स को भारतीय कानून मानने ही होंगे। और सच कहूं? यह तो हर देश की मांग है। लेकिन बैलेंस कैसे बने, यही तो बड़ा सवाल है।
Source: Times of India – Main | Secondary News Source: Pulsivic.com