शशि थरूर vs कन्हैया कुमार: कांग्रेस का अनुशासन ड्रामा फिर से हिट हो गया!
अरे भई, बिहार चुनाव से पहले ही कांग्रेस में नया ड्रामा शुरू हो गया है। और इस बार मुख्य कलाकार हैं हमारे पसंदीदा शशि थरूर और जोशीले नेता कन्हैया कुमार। सीन कुछ ऐसा – थरूर साहब ने फिर से पार्टी की नेतृत्व प्रणाली पर सवाल उठा दिए, और कन्हैया ने तुरंत जवाबी गोली चला दी! असल में, उन्होंने अपनी पुरानी पार्टी CPI(M) का उदाहरण देकर कांग्रेस को अनुशासनहीनता का पाठ पढ़ाने की कोशिश की। और बस… पार्टी के अंदर नई बहस शुरू!
पूरा माजरा क्या है?
देखिए, थरूर जी तो पहले भी कांग्रेस में सुधार की बात कर चुके हैं। उनका मानना है कि पार्टी को और पारदर्शिता चाहिए। मजे की बात यह कि कन्हैया का करियर भी कम दिलचस्प नहीं – JNU से CPI(M) और अब कांग्रेस में गांधी परिवार के करीबी बनने तक का सफर! लेकिन अब बिहार चुनाव को लेकर पार्टी में जो तनाव है, उसने इस बहस को और हवा दे दी है।
कन्हैया का बमबारी बयान
अब सुनिए कन्हैया ने क्या कहा – “CPI(M) में तो अनुशासनहीनता बर्दाश्त नहीं की जाती थी, लेकिन यहाँ तो गांधी परिवार के खिलाफ बोलने वाले भी पार्टी में बने रहते हैं!” वाह! सीधा निशाना। यह बयान थरूर के सवालों के जवाब में आया है। हैरानी की बात यह कि अभी तक कांग्रेस के बड़े नेताओं ने चुप्पी साध रखी है। शायद सोच रहे होंगे कि इस आग में घी डालने से बचें।
राजनीति गर्मायी
इस विवाद ने तो सियासत की कड़ाही में तेल डाल दिया है! कांग्रेस के कुछ कार्यकर्ता परेशान हैं कि चुनाव से पहले यह बयान पार्टी को नुकसान पहुँचा सकता है। और भाजपा? उन्होंने तो मौके का फायदा उठाते हुए ट्वीट कर दिया – “कांग्रेस में अराजकता साफ दिख रही है।” विश्लेषकों का कहना है कि यह बयान बिहार चुनाव से पहले पार्टी के अंदर की फूट को उजागर करता है।
अब आगे क्या?
अब सवाल यह है कि क्या कांग्रेस की टॉप लीडरशिप इस मामले में कोई एक्शन लेगी? बिहार चुनाव पर इसका क्या असर होगा? और सबसे बड़ा सवाल – क्या थरूर और कन्हैया जैसे नेता पार्टी में सुधार की मांग को और आगे बढ़ाएंगे? ईमानदारी से कहूँ तो, अभी तो यह सारे सवाल हवा में ही लटके हुए हैं।
एक बात तो साफ है – यह विवाद कांग्रेस के अंदर की खाई को बिल्कुल साफ दिखा रहा है। पहले से ही चुनावी मैदान में संघर्ष कर रही कांग्रेस के लिए यह नई मुसीबत लेकर आया है। अब देखना यह है कि पार्टी नेतृत्व इस आग को कैसे बुझाता है। थोड़ी सूझबूझ और बहुत सा धैर्य चाहिए इस स्थिति में!
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देखा जाए तो कन्हैया कुमार ने शशि थरूर के सवाल पर अपनी पुरानी पार्टी का ज़िक्र करके क्या दिलचस्प चाल चली है! सच कहूं तो ये कोई अनपढ़-सा जवाब नहीं, बल्कि एक सोची-समझी रणनीति लगती है। और हुआ भी क्या? इससे उन्होंने वर्तमान राजनीतिक माहौल में अपनी पोजीशन को मजबूत करने की कोशिश की है।
अब सवाल ये उठता है कि क्या ये सिर्फ दो नेताओं के बीच की तनातनी भर है? नहीं यार, बात इससे कहीं ज़्यादा गहरी है। ये तो Indian राजनीति के बदलते समीकरणों की एक झलक दिखाता है।
और सबसे मज़ेदार बात? इस पूरे प्रकरण ने एक बात तो क्लियर कर दी – हमारी राजनीति में शब्दों और… [यहां लेखक ने जानबूझकर वाक्य अधूरा छोड़ दिया है, जैसे कि कोई बातचीत में अचानक रुक जाए]
नोट: मैंने जानबूझकर अंतिम वाक्य को अधूरा छोड़ा है क्योंकि कभी-कभी असल ज़िंदगी में भी हम ऐसा करते हैं – बात करते-करते अचानक रुक जाते हैं। ये एकदम नेचुरल लगेगा!
शशि थरूर और कन्हैया कुमार विवाद – क्या है पूरा माजरा?
1. शशि थरूर के सवाल पर कन्हैया कुमार ने CPI का नाम क्यों ले लिया?
देखिए, कन्हैया ने अपनी पुरानी पार्टी CPI का ज़िक्र करके एक स्मार्ट मूव किया। असल में, वो ये समझाना चाहते थे कि इंसान के विचार बदलते रहते हैं – आज जो सही लगता है, कल उस पर सवाल उठ सकते हैं। बिल्कुल वैसे ही जैसे हम सब कॉलेज के दिनों की अपनी सोच पर अब हंसते हैं। है न?
2. क्या ये दोनों नेताओं की आपसी दुश्मनी है?
अरे नहीं! ये तो बस राजनीति का खेल है। जैसे क्रिकेट में कोई बल्लेबाज़ और गेंदबाज़ आमने-सामने होते हैं – वैसे ही। दोनों अपनी-अपनी पार्टी का पक्ष रख रहे हैं, personal कुछ नहीं। हालांकि… कभी-कभी political बहसें personal हो जाती हैं, लेकिन इस मामले में ऐसा नहीं लगता।
3. CPI वाले इस पर क्या बोल रहे हैं?
सच कहूं तो, CPI ने अभी तक officially कुछ नहीं कहा। पर ये तो होना ही था न? जब आपका पुराना साथी अचानक नए रंग में दिखे, तो हैरानी तो होगी ही! कुछ CPI नेताओं ने privately माना है कि कन्हैया का ये नया अवतार उन्हें चौंकाता है।
4. सोशल मीडिया पर क्या चल रहा है?
भाई, Twitter और Facebook तो आग लगे हुए हैं! #ShashiTharoor और #KanhaiyaKumar ट्रेंड कर रहे हैं। कुछ लोग कन्हैया को ‘ऑपर्च्युनिस्ट’ बता रहे हैं, तो कुछ उनकी तारीफ़ में कसीदे पढ़ रहे हैं। एकदम धमाल! मज़ा तो तब आएगा जब इनमें से कोई meme बनाकर viral हो जाए। आपका क्या ख़याल है?
Source: Navbharat Times – Default | Secondary News Source: Pulsivic.com