तेजस फाइटर जेट: क्या यह सच में भारत का ‘गेम-चेंजर’ बन पाएगा?
दोस्तों, हमारा देश का दिल और गौरव – तेजस (Tejas) – अब वाकई बड़े लीग में खेलने को तैयार है। सच कहूं तो, जब पहली बार इसके बारे में सुना था तो लगा था कि ये भी वही ‘कल की बातें’ होंगी। लेकिन HAL के इंजीनियरों ने सचमुच कमाल कर दिया है! अब ये F-35, राफेल और SU-30MKI जैसे दिग्गजों के साथ कंधे से कंधा मिलाकर चलने को तैयार है। और हां, स्टील्थ टेक्नोलॉजी वाली बात तो सच में गर्व से भर देती है – जैसे हमारे IITians ने फिर से दुनिया को दिखा दिया कि हम क्या कर सकते हैं!
तेजस की कहानी: संघर्ष से सफलता तक
भई, ये कोई रातोंरात हुआ काम नहीं है। 1980s की बात है जब ये प्रोजेक्ट शुरू हुआ – उस समय मैं तो पैदा भी नहीं हुआ था! सालों की मेहनत, फंडिंग की कमी, तकनीकी चुनौतियां… लेकिन 2016 में जब ये वायुसेना में शामिल हुआ, तब शायद हमारे वैज्ञानिकों की आँखों में आंसू आ गए होंगे। अभी तक तेजस MK-1 और MK-1A तो सेवा में हैं ही, लेकिन असली मजा तो MK-2 और TEDBF में आने वाला है। सरकार ने इसमें हजारों करोड़ डाले हैं – पर सवाल यह है कि क्या यह निवेश सही साबित होगा?
MK-2: क्या यह हमारा सुपरहीरो बनेगा?
अब बात करते हैं नए MK-2 की। भई, ये तो कुछ ज्यादा ही धमाकेदार लग रहा है! F-414 इंजन वाली बात सुनकर तो मुझे भी गर्व हुआ – अमेरिका से टेक्नोलॉजी लेकर उसे अपने तरीके से इस्तेमाल करना, ये हमारे इंजीनियरों की खासियत है। और स्टील्थ टेक्नोलॉजी? वाह! मतलब अब दुश्मन को पता भी नहीं चलेगा कि हम कहाँ से हमला करने वाले हैं। TEDBF वाली बात तो और भी मजेदार है – विमानवाहक पोत से उड़ान भरने वाला ये विमान हमारी नौसेना को वाकई बड़ी ताकत देगा।
क्या कहते हैं एक्सपर्ट्स? सच्चाई या प्रोपेगैंडा?
एक तरफ तो वायुसेना प्रमुख बड़े-बड़े दावे कर रहे हैं, दूसरी तरफ कुछ विशेषज्ञों के मन में शंकाएं भी हैं। सच पूछो तो, मुझे लगता है सच कहीं बीच में ही होगा। हाँ, तेजस MK-2 निश्चित रूप से हमारी ताकत बढ़ाएगा, लेकिन क्या यह राफेल जैसे विमानों को पूरी तरह रिप्लेस कर पाएगा? ये तो वक्त ही बताएगा। विदेशी मीडिया की बात करें तो, उनकी प्रतिक्रिया में थोड़ी ईर्ष्या और थोड़ा डर दोनों झलकता है – जो शायद अच्छा संकेत है!
आगे का रास्ता: चुनौतियाँ और संभावनाएं
2025 तक पहला टेस्ट फ्लाइट… 120 विमानों का ऑर्डर… ये सब अच्छी खबरें हैं। लेकिन मेरी नजर में असली टेस्ट तो तब होगा जब ये विमान सचमुच एक्शन में उतरेगा। और हाँ, अगर हम इसे एक्सपोर्ट कर पाए तो? वाह! ये तो हमारे लिए बोनस होगा। चीन-पाकिस्तान वाली बात तो हर भारतीय के दिल को गर्व से भर देती है – पर याद रखिए, युद्ध सिर्फ हथियारों से नहीं, रणनीति से जीते जाते हैं।
अंत में बस इतना कहूंगा – तेजस सिर्फ एक विमान नहीं, हमारे आत्मविश्वास का प्रतीक है। चाहे जितनी भी चुनौतियाँ आएँ, हमारे वैज्ञानिकों ने ये साबित कर दिया है कि हम कुछ भी कर सकते हैं। बस थोड़ा और समय दीजिए… देखिएगा, एक दिन तेजस पूरी दुनिया में हमारा परचम लहराएगा!
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तेजस जेट पर सवाल? यहां हैं वो बातें जो आप जानना चाहते हैं!
1. F-35, राफेल और SU-30MKI के मुकाबले तेजस में क्या खास है?
देखिए, तेजस हमारा देसी ‘घर का बना’ फाइटर जेट है – और ये सिर्फ इसलिए खास नहीं क्योंकि ये स्वदेशी है। असल बात ये है कि इसमें latest technology का ऐसा कॉम्बिनेशन है जो इसे बाकियों से अलग करता है। हल्का है, पर उतना ही फुर्तीला भी। मानिए या न मानिए, पर इसकी maintenance cost तो राफेल के मुकाबले आधे से भी कम है! सोचिए, क्या ये कॉम्पिटिशन में पीछे रहने वाला जेट लगता है आपको?
2. क्या सच में तेजस S-500 जैसे मिसाइल डिफेंस को बेवकूफ बना सकता है?
अच्छा सवाल पूछा! बात ये है कि तेजस में लगी stealth technology और electronic warfare systems को हल्के में लेना भूल होगी। थोड़ा टेक्निकल चलते हैं – इसका radar signature इतना कम है कि दुश्मन के रडार पर ये कब आया और कब चला गया, पता ही नहीं चलता। पर हां, ये कोई जादू की छड़ी नहीं है – हर सिस्टम की अपनी लिमिटेशन्स होती हैं न?
3. तेजस कितनी तेज और कितनी दूर तक जा सकता है?
स्पीड की बात करें तो Mach 1.8 (यानी लगभग 2,200 km/h) – इतनी रफ्तार में तो दिल्ली से मुंबई का सफर सिर्फ 45 मिनट में हो जाए! रेंज की बात करें तो 500 km तक बिना रुके, पर mid-air refueling के साथ तो ये और भी आगे निकल जाता है। एक तरह से देखें तो ये हमारा देसी ‘लॉन्ग रेंजर’ ही है!
4. क्या दूसरे देश भी तेजस खरीद सकते हैं?
बिल्कुल! और तो और, Malaysia, Argentina और Egypt जैसे देश पहले ही इसे लेने के लिए उत्सुक हैं। Make in India का ये असली चेहरा है दोस्तों – जब हमारी तकनीक दुनिया भर में अपनी पहचान बना रही हो। सोचिए, कभी हम रूस और अमेरिका के जेट खरीदते थे, आज वो देश हमारे जेट में दिलचस्पी ले रहे हैं। गर्व की बात है न?
Source: News18 Hindi – Nation | Secondary News Source: Pulsivic.com