Su-57 से MiG-31 तक: रूस के ये 5 जानलेवा फाइटर जेट्स दुश्मनों को क्यों डराते हैं?
अरे भाई, रूसी फाइटर जेट्स की बात ही कुछ और है! चाहे कोई भी देश हो, इनकी ताकत के आगे घुटने टेकने को मजबूर हो जाता है। अमेरिका और NATO वाले अपनी तकनीक पर इतराते हैं न, लेकिन रूस के ये धुरंधर आज भी किसी भी बड़े से बड़े दुश्मन की नींद उड़ा सकते हैं। तो चलिए, आज बात करते हैं उन 5 रूसी जेट्स की जो युद्ध के मैदान में तहलका मचा देते हैं। सच कहूं तो, इनमें से कुछ तो ऐसे हैं जिन्हें देखकर पश्चिमी देशों को पसीना आ जाता है!
रूसी जेट्स का कमाल: कैसे बनी ये धाक?
देखिए न, शीत युद्ध के जमाने से ही रूस और अमेरिका की होड़ चली आ रही है। जब अमेरिका ने F-15 और F-16 जैसे जेट्स बनाए, तो रूस ने क्या किया? Su-27 और MiG-29 जैसे बेस्ट सेलर पेश कर दिए! असल में, रूसी इंजीनियरिंग की खासियत है – simple but deadly design। आज 30 से ज्यादा देशों की वायु सेनाओं में ये जेट्स तैनात हैं। भारत हो या चीन, सबको इनकी maneuverability और लंबी range पसंद आई। और हां, इनके weapon systems? एकदम ज़बरदस्त। सच में।
जानिए इन 5 दानवों के बारे में!
1. Su-57 – रूस का छुपा हुआ शैतान: ये stealth fighter तो F-22 और F-35 को भी पसीना छुड़ा देता है। सोचिए, radar की नज़रों से बचकर हमला करने वाला ये जेट कितना खतरनाक होगा? advanced avionics तो है ही, साथ ही long-range missiles भी लगे होते हैं। कुल मिलाकर – एक परफेक्ट किलिंग मशीन!
2. Su-35S – हवा में एकरंगी: इसकी super maneuverability देखकर तो पायलट्स भी दंग रह जाते हैं। सीरिया में इसने जो करतब दिखाए, उसके बाद तो पश्चिमी देशों की नींद ही उड़ गई। powerful radar और missile capability इसे air superiority का बादशाह बनाती है।
3. MiG-31 – स्पीड का भूत: Mach 3 की रफ्तार! सुनकर ही रोंगटे खड़े हो जाते हैं न? ये दुनिया का सबसे तेज़ interceptor है जो दुश्मन के विमानों को पकड़ने में माहिर है। पश्चिमी देशों को इससे इतना डर क्यों लगता है? क्योंकि ये बिजली की तरह आता है और तबाही मचाकर चला जाता है!
4. Su-30SM – भारत का प्यारा: हमारी वायुसेना की ताकत Su-30MKI (इसी का भारतीय वर्जन) तो आप जानते ही होंगे। air-to-air हो या air-to-ground, हर मिशन के लिए परफेक्ट। मल्टीरोल में ये मास्टर है। एक तरफ तो ये दुश्मन के जेट्स को मार गिराता है, दूसरी तरफ जमीन पर भी हमला कर सकता है।
5. MiG-29K/KUB – समुद्र का शेर: हमारे INS Vikramaditya पर तैनात ये नेवल फाइटर agility में बेजोड़ है। छोटे से aircraft carrier से उड़ान भरकर ये क्या-क्या कर सकता है, ये देखकर आप हैरान रह जाएंगे। combat capability? बस एक शब्द में – घातक!
दुनिया क्या कहती है?
विशेषज्ञों की मानें तो Su-57 ने तो F-22 और F-35 को टक्कर दे दी है। हमारी वायुसेना Su-30MKI को लगातार अपग्रेड कर रही है – ये बताता है कि हमें इस पर कितना भरोसा है। और MiG-31? अरे, उसकी स्पीड तो NATO वालों को रातों को जगाए रखती है! इनका मुकाबला करने के लिए पश्चिमी देश नई-नई रणनीतियां बना रहे हैं, लेकिन सच तो ये है कि रूसी जेट्स के आगे वो अभी भी पिछड़ रहे हैं।
आगे क्या होगा?
रूस तो Su-57 को और देशों को बेचने की फिराक में है – अल्जीरिया, वियतनाम जैसे देश शामिल हो सकते हैं। और सुनिए, भारत और रूस मिलकर Su-75 Checkmate पर काम कर रहे हैं – ये तो आने वाले समय में game-changer साबित हो सकता है। हालांकि, अमेरिका भी sixth-generation fighter jets बनाने में जुटा हुआ है। मजे की बात ये है कि ये होड़ कभी खत्म होने वाली नहीं!
अंत में बस इतना कहूंगा – रूसी जेट्स सिर्फ मशीनें नहीं, रणनीतिक हथियार हैं। ये न सिर्फ रूस की ताकत बढ़ाते हैं, बल्कि अमेरिकी दबदबे को चुनौती देने वाले देशों के लिए भी एक बेहतर विकल्प हैं। और हां, आने वाले सालों में तो ये और भी खतरनाक होने वाले हैं। तो क्या आप तैयार हैं इस नए एयर पावर गेम के लिए?
यह भी पढ़ें:
Su-57 से MiG-31 तक: रूस के ये ‘खतरनाक’ फाइटर जेट्स कितने असल में खतरनाक हैं?
1. Su-57 को लेकर इतना हंगामा क्यों?
देखिए, Su-57 सिर्फ एक जेट नहीं है – यह रूस की तकनीकी ताकत का प्रतीक है। 5th जनरेशन स्टील्थ फाइटर होने के नाते यह दुश्मन के radars को चकमा देने में माहिर है। पर सच कहूं तो? इसकी असली ताकत है supercruise capability… यानी बिना afterburner के भी supersonic speed! F-22 से तुलना करें तो… हालांकि, कुछ experts का कहना है कि इसका stealth technology पूरी तरह mature नहीं हुआ है। फिर भी, एक बात तो तय है – यह जेट किसी भी वायुसेना के लिए सिरदर्द बन सकता है।
2. MiG-31 – क्या सच में यह ‘नींद उड़ा देता है’?
अरे भाई, नाम ही काफी है – ‘Foxhound’! यह जेट नहीं, एक राक्षस है जो Mach 2.83 की speed से उड़ता है। सोचिए, यह न्यूयॉर्क से लंदन का सफर सिर्फ 2 घंटे में पूरा कर सकता है! लेकिन असली मज़ा तो इसके R-37 missiles में है जो 300km दूर से ही दुश्मन को निशाना बना सकते हैं। पर एक कमी? यह dogfight के लिए नहीं बना। तो हाँ, अगर आपको रातों की नींद चुरानी है तो MiG-31 perfect choice है!
3. सवाल यह है: F-22/F-35 vs रूसी जेट्स – कौन बेस्ट?
ईमानदारी से? यह वैसा ही सवाल है जैसे पूछें कि iPhone बेहतर या Android! हर जेट की अपनी खूबियाँ हैं। Su-57 की stealth F-22 से टक्कर ले सकती है, पर F-35 के sensors और networking capabilities आगे हैं। MiG-31 की बात करें तो speed और altitude में यह बेजोड़ है – पर technology थोड़ी पुरानी लगती है। एक तरफ तो अमेरिकी जेट्स में better avionics हैं, दूसरी तरफ रूसी जेट्स ज्यादा rugged हैं। तो… depends कि आप किसे priority देते हैं!
4. भारत के लिए कौन सा जेट सबसे बड़ा खतरा हो सकता है?
वैसे तो रूस और भारत दोस्त हैं… पर hypothetically बात करें तो? Su-35 और Su-57 सबसे ज्यादा चिंता का कारण बन सकते हैं। क्यों? क्योंकि ये multi-role fighters हैं – air superiority से लेकर ground attack तक सब कर सकते हैं। MiG-31 भी खतरनाक है, पर यह mainly interception के लिए बना है। एक बात और – Su-57 की stealth capability इसे Rafale से भी ज्यादा खतरनाक बना सकती है। पर फिर… हमारे S-400 हैं ना! बात बन जाएगी।
Source: Navbharat Times – Default | Secondary News Source: Pulsivic.com