ट्रंप का ऐसा ऐलान जिस पर यकीन करना मुश्किल! क्या सच में पाकिस्तान भारत को तेल बेचेगा?
अरे भई, अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने तो एक ऐसा बम फोड़ दिया है जिसने भारत-पाकिस्तान-अमेरिका के रिश्तों का पूरा नक्शा ही बदल दिया। सुनकर हैरान रह जाओगे – उनका दावा है कि पाकिस्तान एक दिन भारत को तेल बेचेगा! और ये सब होगा अमेरिका-पाकिस्तान के नए trade deal के जरिए। मजे की बात ये है कि ये बयान ऐसे वक्त आया है जब भारत और अमेरिका के बीच trade को लेकर खटपट चल रही है। संयोग? शायद नहीं।
पीछे की कहानी: ये deal इतनी खास क्यों?
देखिए, पिछले कुछ महीनों से अमेरिका और पाकिस्तान energy के मामले में गुपचुप बातचीत कर रहे थे। और अब तो बड़ा ही दिलचस्प मोड़ आया है – दोनों के बीच एक बड़ा trade agreement हो गया है, जिसमें तेल और gas जैसी चीजों का निर्यात प्रमुख है। पर सबसे हैरानी की बात? भारत को इस पूरे खेल से बाहर रखा गया। जबकि हम तो अमेरिका के साथ रिश्ते बढ़ाने में जुटे हुए हैं। थोड़ा अजीब लगता है न?
असल में, विशेषज्ञों की मानें तो ये अमेरिका की China को रोकने की नीति का हिस्सा हो सकता है। वैसे भी पाकिस्तान पहले से CPEC (China-Pakistan Economic Corridor) जैसे प्रोजेक्ट्स में चीन के साथ गठजोड़ बना चुका है। शायद ट्रंप सरकार इसी प्रभाव को कम करने के लिए पाकिस्तान के साथ सीधे deal कर रही है। चालाकी भरा चाल, है न?
किसने क्या कहा? प्रतिक्रियाओं का हंगामा
इस बयान के बाद सबसे पहले तो पाकिस्तान के PM इमरान खान ने इसे “ऐतिहासिक” बताया। उन्होंने तो tweet करके दावा कर दिया कि ये agreement पाकिस्तान की economy के लिए game changer साबित होगा। वहीं भारत की तरफ से अभी तक कोई official बयान तो नहीं आया, पर सूत्रों के मुताबिक इस मामले पर high-level बैठक चल रही है। स्थिति गंभीर है, ये तो साफ है।
हमारे देश के energy experts की राय? अगर पाकिस्तान सच में भारत को तेल बेचने की स्थिति में आता है, तो ये हमारी energy security के लिए नई मुश्किलें खड़ी कर सकता है। हालांकि कुछ लोग ये भी कह रहे हैं कि अगर दोनों देशों के बीच oil trade शुरू होता है, तो ये regional stability के लिए अच्छा हो सकता है। पर सवाल ये है – क्या ये संभव है? ईमानदारी से कहूं तो मुझे तो संदेह है।
आगे क्या? भविष्य के अनुमान
अब सबसे बड़ा सवाल ये कि क्या इससे भारत-अमेरिका के रिश्तों पर बुरा असर पड़ेगा? विदेश मामलों के जानकारों का मानना है कि शायद ट्रंप सरकार भारत को कोई indirect संदेश देना चाहती है। वहीं दूसरी ओर, अगर पाकिस्तान भारत को तेल बेचने लगे (जो कि अभी बहुत दूर की कौड़ी लगती है), तो दोनों देशों के बीच नए आर्थिक समीकरण बन सकते हैं। पर क्या ये वाकई संभव है?
सच कहूं तो अभी इस मामले में ज्यादा सवाल हैं, जवाब कम। पाकिस्तान के पास इतने resources हैं भी? भारत सरकार पाकिस्तान से तेल लेना चाहेगी भी? बहुत कुछ अभी अनसुलझा है। पर एक बात तय है – ये मामला दक्षिण एशिया की राजनीति में नया मोड़ लेकर आया है। देखते हैं, आगे क्या होता है।
Source: News18 Hindi – Nation | Secondary News Source: Pulsivic.com