उल्लू ऐप का मालिक कौन? डर्टी पिक्चर बनाकर करोड़ों कमाने का सच!

उल्लू ऐप बैन: अब खत्म होगा ‘डर्टी कंटेंट’ का ये सुनहरा सफर?

अच्छा-खासा तूफान खड़ा कर दिया है भारत सरकार ने! हाल ही में उसने उल्लू ऐप पर प्रतिबंध लगाकर पूरे डिजिटल दुनिया को हिला दिया है। सच कहूं तो, ये ऐप पिछले काफी समय से चर्चा में था – वो भी सॉफ्ट पॉर्न और कुछ हद तक अश्लील कंटेंट की वजह से। लेकिन अब सरकार ने इस पर लगाम लगा दी है। और साथ ही, इसके संस्थापक विभु अग्रवाल (जिनकी कमाई का आंकड़ा 100 करोड़ के पार बताया जा रहा है) अब कानून की नजर में हैं। पर सवाल सिर्फ एक ऐप का नहीं है… असल मुद्दा तो ये है कि ऑनलाइन कंटेंट की लाइन कहाँ खींची जाए?

कहानी शुरू होती है: एक IITian का ‘बोल्ड’ सपना

देखिए, ये कहानी 2018 से शुरू होती है जब विभु अग्रवाल (हाँ, वही IIT कानपुर के पूर्व छात्र) ने इस ऐप को लॉन्च किया था। शुरुआत में तो बात सिर्फ रोमांस और ड्रामा तक ही थी। लेकिन फिर क्या हुआ? धीरे-धीरे ऐप ने अपना रुख बदलना शुरू किया। बोल्ड वेब सीरीज? चेक। थोड़ा सा ‘एडजी’ कंटेंट? चेक। मकसद साफ था – युवाओं को अपनी तरफ खींचना और सब्सक्रिप्शन बढ़ाना। और कामयाब भी हुए! पर क्या यह सब नैतिकता की कीमत पर होना चाहिए था?

सरकार ने क्या कदम उठाए? पूरा घटनाक्रम

तो अब सरकार ने IT मंत्रालय के जरिए इस ऐप पर बैन लगा दिया है। कारण? “नैतिकता के खिलाफ” होने का आरोप। खासकर महिलाओं के शोषण को बढ़ावा देने वाले कंटेंट की बात उठ रही है। विभु पर केस बन रहा है, ऐप की कमाई के रास्ते (सब्सक्रिप्शन और ads) बंद हो चुके हैं। और ये सब ऐसे वक्त पर हो रहा है जब OTT प्लेटफॉर्म्स के लिए नए नियमों पर बहस चल रही है। संयोग? शायद नहीं।

लोग क्या कह रहे हैं? मिली-जुली प्रतिक्रियाएं

अब बात करें प्रतिक्रियाओं की तो… सरकार का कहना है कि ये ऐप समाज को गलत संदेश देता है। कुछ यूजर्स खुश हैं। लेकिन वहीं दूसरी तरफ, इंटरनेट की आजादी की बात करने वाले इसे ‘सेंसरशिप’ बता रहे हैं। मीडिया एक्सपर्ट्स की राय? “बिना गाइडलाइन्स के ये प्लेटफॉर्म खतरनाक हो सकते हैं।” सच तो ये है कि हर किसी का अपना-अपना पक्ष है।

आगे क्या? OTT इंडस्ट्री के लिए बड़ा झटका?

अब सवाल ये उठता है कि इसके क्या परिणाम होंगे? विभु का केस तो शायद दूसरे content creators के लिए एक चेतावनी बन जाए। खबरें तो ये भी आ रही हैं कि सरकार की नजर ALTBalaji और MX Player जैसे प्लेटफॉर्म्स पर भी है। हो सकता है आने वाले दिनों में OTT के लिए गाइडलाइन्स और सख्त हो जाएं। और अगर ऐसा हुआ तो… जो क्रिएटर्स सिर्फ ‘बोल्ड कंटेंट’ पर निर्भर हैं, उनके लिए मुश्किलें बढ़ सकती हैं।

अंत में: उल्लू ऐप का ये केस सिर्फ एक प्लेटफॉर्म की कहानी नहीं है। ये तो उस बड़ी बहस को फिर से जन्म दे रहा है – कि ऑनलाइन कंटेंट की आजादी की सीमा क्या हो? क्या ये फैसला OTT इंडस्ट्री को सेल्फ-रेगुलेशन की तरफ ले जाएगा? या फिर ये सरकारी हस्तक्षेप का पहला कदम है? वक्त बताएगा। पर एक बात तो तय है – डिजिटल इंडिया का ये मुद्दा अब गरमाने वाला है!

उल्लू ऐप और उसके मालिक के बारे में वो सवाल जो आप पूछना चाहते हैं!

1. उल्लू ऐप का मालिक कौन है? सच्चाई जानकर हैरान रह जाएंगे

असल में, यही सबसे बड़ा रहस्य है। उल्लू ऐप के पीछे कोई anonymous developer या शायद कोई group है, लेकिन इनकी असली पहचान आज तक किसी को पता नहीं चल पाई। और सच कहूं तो शायद यही इनकी सबसे बड़ी चाल है। यह ऐप तो वैसे भी illegal चीजों के लिए बदनाम हो चुका है – डर्टी पिक्चर्स से लेकर और भी न जाने क्या-क्या!

2. क्या उल्लू ऐप से पैसे कमाना legal है? सच्चाई जान लो!

भाई सच बात तो यह है कि नहीं, बिल्कुल नहीं! यह ऐप adult content और वो भी सबसे गंदे तरीकों से पैसे कमाता है। सोचो जरा, क्या तुम्हें लगता है ऐसी चीजों से कमाया हुआ पैसा कभी अच्छा हो सकता है? और हां, अगर तुम इसे use या promote करते पकड़े गए तो पुलिस वाले तुम्हारे दरवाजे पर दस्तक दे सकते हैं। सच में!

3. उल्लू ऐप कैसे काम करता है? अंदर की कहानी

देखो, इसका पूरा मॉडल ही गलत है। यह users को लालच देता है – “डर्टी पिक्चर्स बनाओ, share करो, पैसे कमाओ!” लेकिन यहां समझने वाली बात यह है कि यह सब illegal तरीके से हो रहा है। एक तरफ तो यह लोगों को फंसा रहा है, दूसरी तरफ उनकी जिंदगी खराब कर रहा है। क्या सच में ऐसे पैसे कमाने का कोई मतलब है?

4. क्या उल्लू ऐप को डाउनलोड करना सुरक्षित है? मेरी सलाह…

अरे भई नहीं! बिल्कुल नहीं! यह तो ऐसा है जैसे अपने हाथों से मुसीबत को बुलाना। पहली बात तो यह कि यह ऐप तुम्हारे डिवाइस में malware डाल सकता है। दूसरा, तुम्हारी personal information चुरा सकता है। और सबसे बड़ी बात – legal problems का खतरा! क्या तुम्हें लगता है यह सब risk लेने के लायक है? मेरी तो यही सलाह है – इससे दूर ही रहो। एकदम।

Source: News18 Hindi – Nation | Secondary News Source: Pulsivic.com

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