इंडिगो वालों ने फिर किया वाहियात काम! ‘टिकट में डिटेल नहीं’ कहकर ऐंठ लिए दोगुने पैसे
अब ये क्या नया तरीका निकाला है एयरलाइंस वालों ने? गोवा के डाबोलिम एयरपोर्ट पर एक यात्री के साथ जो हुआ, सुनकर आपको भी गुस्सा आ जाएगा। चंडीगढ़ जाने वाली फ्लाइट में इंडिगो staff ने सीधे-सीधे यात्री को लूट लिया – और वो भी “टिकट में बैगेज डिटेल नहीं है” के झूठे बहाने से! असल में तो मामला ये था कि बैगेज वेटिंग मशीन खराब थी, लेकिन इसका फायदा उठाकर उन्होंने पैसे ऐंठ लिए। बेशर्मी की हद है!
क्या हुआ था असल में?
कहानी शुरू होती है एक सामान्य सी online बुकिंग से। यात्री ने अपना टिकट बुक किया था जिसमें 15 किलो का बैगेज एलाउंस क्लियरली मेंशन्ड था। लेकिन चेक-इन के वक्त… अरे भई! मशीन तो खराब है! और फिर क्या? Staff ने तुरंत मौके का फायदा उठाया। बिना किसी वेरिफिकेशन के यात्री से कह दिया – “आपके टिकट में तो बैगेज डिटेल है ही नहीं, पैसे दो!” और यूं उन्होंने नॉर्मल से दोगुना चार्ज कर डाला।
सबसे बड़ी बात ये कि यात्री के पास तो सारे प्रूफ थे – बुकिंग कन्फर्मेशन, बैगेज डिटेल्स, सब कुछ! लेकिन किसे फर्क पड़ता है? पैसे तो वसूलने हैं ना!
सोशल मीडिया पर छाया तूफान
अब यात्री भला चुप क्यों बैठता? उसने ट्विटर पर पूरा किस्सा पोस्ट किया और इंडिगो के official हैंडल को टैग कर दिया। उसका सवाल सीधा था – “अगर मशीन खराब थी, तो आपने मेरे टिकट को क्यों नहीं चेक किया? ये तो सीधी-सीधी फ्रॉड है!” और सच कहूं तो, उसकी बात में दम तो है।
इंडिगो वालों ने अपनी रूटीन वाली प्रतिक्रिया दी – “हम जांच कर रहे हैं।” वाह! क्या नया कह दिया! हैरानी की बात ये कि ट्विटर पर कई और यात्रियों ने भी बताया कि उनके साथ भी ऐसा हुआ है। यानी ये कोई पहली बार नहीं, बल्कि एक पैटर्न है!
एक्सपर्ट्स क्या कहते हैं?
मैंने कुछ एविएशन एक्सपर्ट्स से बात की तो उनका कहना था कि ऐसे मामलों में तुरंत एयरपोर्ट के senior management को इन्वॉल्व करना चाहिए। एक एक्सपर्ट ने तो सीधे कहा – “ये पूरी तरह गलत है। मशीन खराब हो तो टिकट डिटेल्स चेक करो ना! ये तो बस पैसे ऐंठने का बहाना है।”
इंडिगो की तरफ से आया बयान? वही पुराना रटा-रटाया – “हम जांच कर रहे हैं, यात्री से संपर्क कर रहे हैं।” अरे भई, कब तक यही सुनते रहेंगे?
अब आगे क्या?
शायद इंडिगो यात्री को रिफंड दे दे (वो भी तब जब सोशल मीडिया पर ट्रेंड हो जाए)। DGCA को तो इस मामले में सख्त एक्शन लेना चाहिए। मेरा सुझाव? हमेशा अपने बुकिंग कन्फर्मेशन की प्रिंटेड कॉपी या स्क्रीनशॉट साथ रखें। वरना ये एयरलाइंस वाले तो ऐसे ही फंसाते रहेंगे!
सच कहूं तो, ये केस साफ दिखाता है कि कैसे कुछ एयरलाइंस यात्रियों को सिर्फ पैसे का थैला समझती हैं। उम्मीद है इंडिगो इस बार सबक सीखेगी… हालांकि मुझे तो ज्यादा उम्मीद नहीं!
यह भी पढ़ें:
- Bihar 422 Crore Flyover Scam Double Deck Collapse
- Sheep Scam 1000 Crore Fraud 200 Dummy Accounts
- Irctc Website Ticket Booking Scam Or Glitch
इंडिगो ने टिकट न होने का बहाना बनाकर दोगुने पैसे ऐंठ लिए? पूरा मामला समझिए!
1. असल में हुआ क्या? इंडिगो ने पैसे कैसे ऐंठे?
देखिए, सोशल मीडिया पर कुछ यात्रियों ने शिकायत की है कि इंडिगो ने आखिरी मिनट में “टिकट नहीं मिला” वाला बहाना करके उनसे दोगुना पैसा वसूला। अब एयरलाइन का कहना है कि ये उनकी स्टैंडर्ड पॉलिसी है – पर सवाल यह है कि क्या यह सच में न्यायसंगत है? जनाब, जब आपका पैसा जेब से निकल रहा हो तो सारे नियम-कायदे अजीब लगने लगते हैं!
2. DGCA ने क्या किया? सो रहा है या जाग रहा है?
अच्छी खबर यह है कि DGCA ने आँखें खोल ली हैं और जाँच शुरू कर दी है। हालांकि, हम भारतीय तो जानते ही हैं न – ये जाँच कितनी “तीव्र गति से” चलती है। लेकिन अगर एयरलाइन गलत साबित हुई तो भारी-भरकम जुर्माना तो लगेगा ही। इंतज़ार कीजिए!
3. आप कैसे बचें इस तरह की ठगी से? मेरे दोस्त, थोड़ी सावधानी…
सुनिए, तीन चीज़ें हमेशा याद रखें:
– बुकिंग कन्फर्मेशन को गोद में बाँधकर रखें (मतलब फोन में सेव करें!)
– बोर्डिंग से पहले टिकट डिटेल्स चेक करें – दस बार!
– कोई भी एक्स्ट्रा चार्ज लिया जाए तो रसीद माँगें – बिना शर्म के!
एक दम सीधी-सादी बात है, पर हम भारतीय अक्सर इन्हीं छोटी-छोटी बातों में लापरवाही कर बैठते हैं।
4. अरे भई! अगर मेरे साथ भी ऐसा हो जाए तो?
तो फिर…? पहले तो गुस्सा निकालिए (थोड़ा भड़किए, कोई बात नहीं!), फिर:
1. DGCA की वेबसाइट पर शिकायत दर्ज करें – ऑनलाइन फॉर्म भरने में सिर्फ 10 मिनट लगते हैं
2. कंज्यूमर कोर्ट का दरवाज़ा खटखटाएँ – चपत तो लगेगी ही एयरलाइन को!
3. सोशल मीडिया पर शोर मचाएँ – आजकल यही सबसे तेज़ तरीका है न्याय पाने का
सच कहूँ तो, हम भारतीय शिकायत करने में बहुत आलसी हैं… और कंपनियाँ इसी आदत का फायदा उठाती हैं। तो अगली बार गलत हो तो चुप मत बैठिए!
Source: News18 Hindi – Nation | Secondary News Source: Pulsivic.com